जागरूक टाइम्स संवाददाता पिण्डवाड़ा | माधव विश्वविद्यालय में शनिवार को भारतीय ज्ञान परंपरा और राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 विषय पर विस्तार व्याख्यान का आयोजन किया। गुजरात केंद्रीय विवि के के कुलपति प्रोफेसर रमाशंकर दूबे ने कहा कि वास्तविक रूप में नई शिक्षा नीति भारत की वास्तविक शिक्षा नीति है। क्योंकि इससे पहले जो भी शिक्षा नीति भारत में चल रही थी । वह कहीं ना कहीं पाश्चात्य संस्कृतियों और मूल्यों पर आधारित थी। लेकिन राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 भारत की अपनी शिक्षा नीति है। इसमें भारतीय ज्ञान परंपरा और मूल्यों को शामिल करना बहुत ही बेहतरीन कदम है। इससे विद्यार्थियों को भारतीय संस्कृति, मूल्यों और राष्ट्रीयता से जुड़ने का मौका मिलेगा।
गुजरात केंद्रीय विश्वविद्यालय के प्रोफेसर जनक मीणा ने भारत की महान परंपराओं और हमारे महर्षियों, विद्वानों आदि का चर्चा करते हुए भारतीय ज्ञान परंपरा और राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के महत्व पर जोर दिया। शिक्षा संकाय के सह- आचार्य डॉ दीपक पंचोली की किताब एंपावरमेंट इन एजुकेशन थ्रो इंक्लूसिव एजुकेशन विषय की किताब का विमोचन भी कियास गया। कार्यक्रम का आगाज माधव विवि के कुलपति प्रोफेसर राजीव माथुर ने अपने स्वागत भाषण में प्रोफेसर दुबे का स्वागत करते हुए उनके ज्ञान के विशाल भंडार से प्रकाशमान होने के लिए सभी को प्रेरित किया। प्रोफेसर जनक मीणा का और प्रोफेसर रामशंकर दूबे की धर्मप|ी का भी स्वागत किया गया। विवि कुलसचिव डॉ भावेश कुमावत, डीन एकेडमिक अफेयर प्रोफेसर साहबसिंह, मंच संचालन हिंदी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉक्टर कांतिलाल यादव ने किया। इस कार्य म का आयोजन मानविकी एवं सामाजिक विज्ञान संकाय के द्वारा किया गया।